तुलसी के पत्तों के बिना भगवान विष्णु की पूजा अधूरी मानी जाती है. क्योंकि भगवान विष्णु का प्रसाद बिना तुलसी दल के पूर्ण नहीं होता है. जिस घर में प्रति…
और पढ़ेंआरती का अर्थ है पूरी श्रद्धा के साथ परमात्मा की भक्ति में डूब जाना। विशेष रूप से प्रकाशित करना। जैसे कि देव पूजन से प्राप्त होने वाली सकारात्मक …
और पढ़ें25 मई को भगवान सूर्य रोहिणी नक्षत्र (Rohini Nakshatra) में प्रवेश करेंगे और इसी के साथ ही नौतपा (Nautapa 2021) शुरू हो जाएगा। नौतपा से आशय सूर्य…
और पढ़ेंमहृर्षि वेदव्यासजी ने अट्ठारह पुराणों का संस्कृत भाषा में संकलन किया है, ब्रह्मदेव, श्री हरि विष्णु भगवान् तथा भगवान् महेश्वर उन पुराणों के मुख्य द…
और पढ़ेंमंदिर जाने के लाभ:- मंदिर केवल ईश्वर के लिए बने स्थान नहीं हैं, बल्कि यह शुद्ध जागरूकता की गहरी व्यक्तिपरक शांति का अनुभव करना है और एक ऐसा स्थान है …
और पढ़ेंशंख बजाने के लाभ:- रोजाना शंखध्वनि के साथ ही ईश्वर का स्मरण स्वत: जुड़ा होता है; दुनियाँ में कोई अन्य ऐसा ध्वनि यंत्र नहीं है, जो इतनी मधुरत…
और पढ़ेंअक्षय तृतीया का महत्व:- अक्षय तृतीया को स्वयंसिद्ध मुहूर्त माना गया है। अक्षय तृतीया के दिन मांगलिक कार्य जैसे-विवाह, गृहप्रवेश, व्यापार अथवा उद्यो…
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